
बिहारी खबर के तरफ से मकर संक्रांति की शुभकामनाएं
बिहारी खबर टीम: बिहारी खबर टीम की तरफ से देश के हर नागरिक हर युवा हर बड़े बुजुर्गों को हार्दिक शुभकामनाएं। शीत ऋतु के पौस मास में जब भगवान भास्कर उत्तरायण होकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो सूर्य की इस संक्रांति को मकर संक्राति के रूप में देश भर में मनाया जाता है। वैसे तो मकर संक्रांति हर साल 14 जनवरी को मनाई जाती है,

मकर संक्रान्ति (मकर संक्रांति) भारत का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रांति (संक्रान्ति) पूरे भारत और नेपाल में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है. तभी इस पर्व को मनाया जाता है। वर्तमान शताब्दी में यह त्योहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है, इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है।
मकर सक्रांति का क्यों मनाते हैं? मकर सक्रांति का महत्त्व।
Why celebrate “Makar Sakranti”? Importance of “Makar Sakranti”.
मकर संक्रांति का त्योहार हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो सूर्य के उत्तरायन होने पर मनाया जाता है। यह अन्य त्योहारों की तरह अलग-अलग तारीखों पर नहीं, बल्कि हर साल 14 जनवरी को ही मनाया जाता है, परन्तु इस वर्ष मकर सक्रांति का त्यौहार 14 जनवरी 2021 को मनाया जायेगा. जब सूर्य उत्तरायन होकर मकर रेखा से गुजरता है। इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है और सूर्य के उत्तरायण की गति प्रारंभ होती है।
रिपोर्टर: अशोक यादव