साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में पाकिस्तान के बाबर आजम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और अर्धशतक लगाते हुए 68 रनों की पारी खेली है।
Babar Azam: साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज में बाबर आजम की पाकिस्तानी टी20 टीम में वापसी हुई थी और इस सीरीज के शुरुआती दो मैचों में वह अच्छा नहीं कर पाए, लेकिन आखिरी मैच में दमदार अर्धशतक लगाया और अपने दम पर टीम को जीत दिलाई। पाकिस्तान ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
बाबर आजम ने विराट कोहली को छोड़ा पीछे
साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में बाबर आजम ने 47 गेंदों में कुल 68 रन बनाए, जिसमें उनके बल्ले से 9 चौके निकले हैं। इसी के साथ वह टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा फिफ्टी प्लस स्कोर बनाने वाले प्लेयर बन गए हैं और उन्होंने विराट कोहली का वर्ल्ड रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया है। बाबर T20I क्रिकेट में अब तक 40 बार फिफ्टी प्लस स्कोर बना चुके हैं, जबकि कोहली ने T20I में 39 फिफ्टी प्लस स्कोर बनाए थे और वह टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट भी ले चुके हैं।
T20I क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार फिफ्टी प्लस स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज
बल्लेबाज देश T20I क्रिकेट में फिफ्टी प्लस स्कोर
बाबर आजम पाकिस्तान 40
विराट कोहली भारत 39
रोहित शर्मा भारत 37
मोहम्मद रिजवान पाकिस्तान 31
डेविड वॉर्नर ऑस्ट्रेलिया 29
जोस बटलर इंग्लैंड 29
पाकिस्तान ने आसानी से हासिल किया लक्ष्य
बाबर आजम साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच में अपना खाता तक नहीं खोल पाए थे। इसके बाद दूसरे मैच में उनके बल्ले से 11 निकले और अब तीसरे मैच में वह टीम के लिए मैच विनर बनकर उभरे। 68 रनों की पारी खेलने के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड भी मिला। साउथ अफ्रीका ने पहले बैटिंग करते हुए 139 रन बनाए। इसके बाद पाकिस्तान ने बाबर की दमदार पारी की बदौलत लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया।
T20I क्रिकेट में तीन शतक जड़ चुके हैं बाबर
बाबर आजम ने पाकिस्तानी टीम के लिए साल 2016 में T20I क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद से ही वह टीम के लिए सबसे बड़े मैच विनर बनकर उभरे हैं। उन्होंने अभी तक T20I क्रिकेट में कुल 4302 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 37 अर्धतक शामिल रहे हैं।
वह टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं और उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन तब इंग्लैंड ने उसका खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया था। उन्होंने 85 T20I मैचों में कप्तानी की है, जिसमें से 48 में टीम ने जीत दर्ज की और 29 में हार का मुंह देखना पड़ा।
