राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास कार में ब्लास्ट को सूत्रों द्वारा फिदायीन हमला बताया जा रहा है। इस ब्लास्ट में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किले के करीब सोमवार की शाम हुए ब्लास्ट की जांच लगातार जारी है। ये ब्लास्ट लाल किला मेट्रो के गेट नंबर 1 के पास एक चलती हुआ कार में हुआ था। इस ब्लास्ट की चपेट में आने से कई गाड़ियां तबाह हो गईं और अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। घटना में 29 लोग घायल हैं। इनमें से 5 घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। अब तक बड़ा सवाल ये पूछा जा रहा था कि ये ब्लास्ट एक आतंकी घटना है या नहीं। इस मामले में बड़ा अपडेट सामने आ गया है। सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि लाल किले के बाहर कार में धमाका फिदायीन हमला हो सकता है। एजेंसियों को फिदायीन हमले का शक है।
कैसे किया गया धमाका?
सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के मुताबिक, कार में विस्फोटक लगाया गया था और धमाका किया गया है। एजेंसियों को फिदायीन हमले का शक है। कार पुलवामा के तारिक ने खरीदी थी और उसे हिरासत में लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि दिल्ली ब्लास्ट के तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं। i-20 में जो लोग सवार थे सबकी पहचान कर ली गई है.. DNA मैच करवाया जाएगा।
कार में डॉक्टर उमर मोहम्मद सवार था
आपको बता दें कि फरीदाबाद मॉड्यूल का एक आतंकी डॉक्टर उमर मोहम्मद फरार चल रहा था। खुफिया एजेंसियों को शक है कि जिस i-20 कार में ब्लास्ट हुआ उस कार में डॉक्टर उमर मोहम्मद सवार था। पुलिस कार में सवार जिसकी मौत हुई उसका DNA टेस्ट करवाएगी जिसके बाद पुष्टि होगी कि कार में डॉक्टर उमर मोहम्मद ही सवार था या नहीं।
दिल्ली कैसे आई थी कार?
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टर उमर तकरीबन ढाई-तीन घंटे तक पार्किंग में i-20 कार में ही बैठा रहा। डॉ. उमर 1 सेकंड के लिए भी i20 कर से नहीं उतरा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक डॉ उमर पार्किंग में या तो किसी का इंतजार कर रहा था या इंस्ट्रक्शन की वेट कर रहा था। सूत्रों के मुताबिक i 20 कार ने हरियाणा से दिल्ली में बदरपुर के रास्ते एंट्री की थी।
