जिला प्रशासन व जिला स्वास्थ्य समिति जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में उत्कृष्ट सेवाओं, साफ सफाई और बेहतर आधारभूत संरचना को लेकर संकल्पित है. इसके लिए स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था बेहतर करने के उदेश्य से कायाकल्प योजना की शुरूआत की गयी. इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य समिति ने बक्सर जिले के पांच स्वास्थ्य संस्थानों का चयन किया है. इनमें सदर अस्पताल बक्सर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ब्रह्मपुर, नावानगर, इटाढ़ी एवं सिमरी का चयन किया गया. साथ ही, राज्य स्वास्थ्य समिति ने सदर अस्पताल को तीन लाख रुपये की पुरस्कार राशि तथा ब्रह्मपुर, नावानगर, इटाढ़ी एवं सिमरी के सीएचसी को एक-एक लाख रुपए की राशि सराहना पुरस्कार के रूप में प्रदान की जायेगी. सिविल सर्जन डॉ. शिव कुमार प्रसाद गुप्ता ने बताया कि राज्य स्तरीय टीम के कायाकल्प के समकक्ष मूल्यांकन (पियर असेसमेंट) में सदर अस्पताल ने 80.3 प्रतिशत, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ब्रहम्पुर द्वारा 70 प्रतिशत, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवानगर ने 75.93 प्रतिशत, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटाढ़ी ने 72.9 प्रतिशत एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरी ने 74 प्रतिशत अंक प्राप्त किया. इसी उपलब्ध के लिए इन पांचों स्वास्थ्य संस्थानों को पुरस्कृत किया जाएगा. साथ ही, जिलास्तर पर कायाकल्प के तहत चयनित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में सदर यूपीएचसी तथा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की श्रेणी में नावानगर प्रखंड अंतर्गत कड़सर एचडब्ल्यूसी ने भी प्रथम स्थान प्राप्त किया है. इसके लिए दोनों संस्थाओं को क्रमशः दो और एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी. पुरस्कार राशि का 25 प्रतिशत कर्मियों में होगा वितरित : जिला सलाहकार गुणवत्ता यकीन रुचि कुमारी ने बताया कि सरकार की ओर से मिलने वाली पुरस्कार राशि इन सभी स्वास्थ्य संस्थानों को प्रदान की जाएगी. उक्त राशि का 25 प्रतिशत स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों को बीच वितरित किया जाएगा. वहीं, 75 प्रतिशत राशि संबंधित अस्पताल के मेंटेनेंस पर खर्च किया जाएगा. कायाकल्प योजना के तहत विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के द्वारा बेहतर चिकित्सीय सुविधाओं का सुधार किया गया हैं. वह न केवल मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि इससे स्वास्थ्य विभाग पर भी मरीजों का विश्वास बढ़ा है. क्योंकि यह योजना स्वास्थ्य संस्थानों को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है, जिसमें अस्पताल केवल इलाज का स्थान नहीं बल्कि एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण का माहौल भी बनाता है. जो मरीजों के अच्छे स्वास्थ्य की ओर एक सार्थक पहल के रूप में भी देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सीएचसी, यूपीएचसी और एचडब्ल्यूसी ने कई स्तर पर सुधार किए हैं. ये संस्थान न केवल मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि इनके कारण स्वास्थ्य विभाग पर मरिजों का विश्वास भी बढ़ा है. इन स्वास्थ्य संस्थानों की इस उपलब्धि से जिले के अन्य संस्थानों को भी प्रेरणा मिलेगी.
सदर यूपीएचसी और कड़सर एचडब्ल्यूसी ने अपनी श्रेणी में प्राप्त किया प्रथम स्थान
