वैशाली के एक गरीब परिवार की अरदास सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची
नई दिल्ली
देश की राजधानी में शुक्रवार को एक मार्मिक मामला सामने आया जब केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने गंभीर रूप से बीमार वैशाली निवासी प्रमोद पासवान की आर्थिक सहायता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विशेष पत्र भेजा। पत्र में मरीज के इलाज हेतु दस लाख रुपये की सहायता तत्काल उपलब्ध कराने की सिफारिश की गई है।
सूत्रों के अनुसार बिहार के वैशाली जिले के बड़े युसुफपुर गांव के निवासी प्रमोद पासवान पिछले कई महीनों से गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। उनका इलाज फिलहाल पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान AIIMS पटना में चल रहा है। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है और इलाज का खर्च उठाना उनके लिए असंभव हो चुका है।
इसी परिस्थिति को देखते हुए चिराग पासवान ने चार सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री को विस्तृत पत्र भेजकर प्रमोद पासवान के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का आग्रह किया। पत्र में मंत्री ने स्पष्ट लिखा है कि मरीज की जीवन रक्षा के लिए आर्थिक मदद अत्यंत आवश्यक है और प्रधानमंत्री कोष के नियमों के तहत उसकी स्वीकृति दी जाए।
यह पहला मौका नहीं है जब किसी गरीब नागरिक की मदद केंद्र सरकार के सर्वोच्च स्तर तक पहुंची हो, परंतु इस मामले ने लोगों का ध्यान इसलिए खींचा क्योंकि बीमारी से लड़ रहे ग्रामीण परिवार की उम्मीदें अब सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय पर टिकी हैं। स्थानीय लोगों ने भी मंत्रियों द्वारा की गई इस पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि जल्द ही मदद मंजूर होगी।
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने पत्र प्राप्त होते ही संबंधित विभागों से रिपोर्ट तलब कर ली है और मामले पर त्वरित कार्रवाई की संभावना है। गांव में भी इस खबर के बाद उम्मीद की किरण जग गई है। परिवार का कहना है कि अगर समय रहते सहायता मिल जाए तो प्रमोद की जान बचाई जा सकती है।
अब सभी की निगाहें प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्णय पर टिकी हैं, जो यह तय करेगा कि क्या वैशाली के इस गरीब परिवार की कठिन लड़ाई को आर्थिक संबल मिलेगा या नहीं।
