करीना कपूर से लेकर आलिया भट्ट जैसी हसीनाओं के साथ काम करने वाले इस एक्टर ने अपने मुश्किल दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे एक समय था जब वह सिम कार्ड बेचते थे और फिर उन्होंने पैसे कमाने के लिए कॉल सेंटर में भी काम किया।
बॉलीवुड में ऐसे कई स्टार हैं, जिन्होंने अपने कड़े संघर्ष, मेहनत और काबिलिय के दम पर बिना किसी गॉडफादर के इंडस्ट्री में पहचान हासिल की है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी से लेकर पंकज त्रिपाठी तक कुछ ऐसे ही कलाकार हैं, जिन्होंने खुद अपने दम पर इंडस्ट्री में अपने आप को स्थापित किया है। गली बॉय, डार्लिंग्स, जानेजान और दहाड़ जैसी फिल्मों और सीरीज में काम कर चुके विजय वर्मा भी इन्हीं स्टार्स में से हैं। विजय वर्मा ने हाल ही में रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट ‘चैप्टर 2’ में अपनी जिंदगी के कई पहलुओं पर बात की और बताया कि कैसे वह एंग्जाइटी, डिप्रेशन तक का सामना कर चुके हैं। उन्होंने अपनी जिंदगी के हर पहलू पर खुलकर बात की।
कई कोर्स करके पकड़ी एक्टिंग की राह
विजय वर्मा ने रिया चक्रवर्ती से बातचीत में बताया कि उन्होंने एक्टिंग में आने से पहले कभी सिम कार्ड बेचे तो कभी कॉल सेंटर में नौकरी की। उन्होंने कहा- ‘मैंने 5 अलग-अलग तरह के कोर्स किए। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से लेकर इवेंट मैनेजमेंट तक का कोर्स किया। बी कॉम भी किया और उसके बाद फिर कई अलग-अलग चीजें कीं। मैंने 3 महीने कॉल सेंटर में ट्रेनिंग ली, फिर वो नौकरी छोड़ दी। इसके बाद मोबाइल कंपनी के लिए काम किया। सिम कार्ड बेचे, लेकिन वो भी क्लिक नहीं किया। मैं इन सब के लिए करीब 30-40 किलोमीटर बाइक चलाता था, चाहे कैसा ही मौसम क्यों ना हो।’
जब बॉस से बोले- एक दिन आपके ब्रांड का एम्बेस्डर बनूंगा
‘मैं एक मारवाड़ी परिवार से हूं, मेरी परवरिश किसी लड़की की तरह हुई है। बहुत ही नजाकत से पाला गया है। इसलिए जब मैं ये सब कर रहा था तो बहुत मुश्किल लग रहा था। मेरे ऊपर 4 सेल्स का टारगेट था और मैं तीन ही पूरे कर पाता था। जब वापस आता तो बॉस पूछता, चौथी सेल क्यों नहीं हुई? सवाल सुनकर मुझे बहुत बुरा लगता था। एक दिन मैंने उनसे कहा, एक दिन आपके शोरूम में अपनी फोटो लगाऊंगा। इस ब्रांड का एम्बेस्डर बनूंगा और आज हूं।’
एक्टिंग कोर्स में लिया एडमीशन
तमाम नौकरियों के बाद विजय वर्मा ने टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में एडमीशन लिया। विजय ने बताया कि उन्हें पहली बार में एडमीशन नहीं मिला। उन्होंने एक साल हैदराबाद में थिएटर किया और जैसे ही पहली बार स्टेज पर पैर रखा तो तालियां बजने लगीं। विजय कहते हैं- ‘लोगों को अच्छा लगा तो मुझे भी बहुत अच्छा लगा। इसके बाद मैं परिवार से छिपकर थिएटर करता रहा।’ बता दें, विजय वर्मा ने 2008 में एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी और पहली बार ‘शोर’ में नजर आए थे। इसके बाद वह चटगांव, रंगरेज, गुलाबी, मंटो, सुपर 30, गली बॉय, बागी 3, डार्लिंग्स और जाने जान जैसी फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं।
