बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक थावे में जगत कल्याणी माता मां सिंहासनी की चौखट पर शीश नवाने गुरुवार को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा.
थावे. बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक थावे में जगत कल्याणी माता मां सिंहासनी की चौखट पर शीश नवाने गुरुवार को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. सुबह से ही लंबी कतार लग जा रही है. चैत्र नवरात्र की षष्ठी तिथि पर मां कात्यायनी के स्वरूप की पूजा करने मंदिर पहुंचे आस्थावानों ने श्रद्धा से दर्शन-पूजन कर मंगलकामना की. सुबह में मंगला आरती और शृंगार पूजन के बाद माता के दिव्य स्वरूप के दर्शन कर भक्त निहाल हो उठे
गूंजते रहे जयकार
सुबह से लेकर देर रात तक अनवरत मंदिर में माता के जय-जयकार गूंजते रहे. देश के कोने-कोने से आये भक्तों ने देवी दरबार में माथा टेका. क्या छोटे और क्या बड़े, सभी जगतजननी मां सिंहासनी की भक्ति में तल्लीन नजर आये. देवी दरबार पहुंचे श्रद्धालु माता की एक झलक पाने को बेताब दिखे. हाथों में नारियल, चुनरी, पेडा, सिंदु़र, रोली लिये अपनी बारी का इंतजार करते दिखे. घंटा-घड़ियाल शंख के साथ बजते नगाड़े की धुन के बीच पहाड़ा वाली के जयघोष से संपूर्ण मंदिर परिसर गुंजायमान हो रहा था. जैसे-जैसे सूर्य की तपीश बढ़ती गयी, वैसे-वैसे ही दर्शन के लिए भीड़ भी बढ़ती गयी. धूप में भी भक्त कतार में लगे रहे. एडीजे मानवेंद्र मिश्र, गोरखपुर के जिला जज रहे राघवेंद्र शुक्ला, चंपारण के विधायक, देवरिया से भाजपा के विधायक ने मां के दरबार में शीश नवाये. मां सबकी झोली में खुशियां भर रही थीं.
मंत्रों की गूंज से तृप्त हो रहा तन-मन
मंदिर परिसर में जगह-जगह आसन बिछा कर बैठे साधकों, आचार्य का पूजन अनुष्ठान नवरात्र की षष्ठी तिथि पर भी अनवरत जारी रहा. मां कात्यायनी के स्वरूप का विशेष पूजन किया गया. मां के दरबार में सप्तशती, देवी भागवत के ऋचाओं की गूंज से भक्तों का तन-मन तृप्त हो रहा.
आज शाम आठ बजे चढ़ेगा महाभोग का प्रसाद
शुक्रवार की देर शाम आठ बजे महाभोग का प्रसाद चढ़ाया जायेगा. महाभोग की प्रसाद के लिए गुरुवार की शाम से ही नेपाल, यूपी, झारखंड तथा बिहार के विभिन्न हिस्सों से भक्तों का जुटना शुरू हो गया था. मंदिर के मुख्य पुजारी पं संजय पांडेय की मानें, तो महाभोग की प्रसाद पाने वाले भक्त पर मां की कृपा सालों भर बनी रहती है. आरोग्य, सुख और समृद्धि के साथ सभी मनोरथ पूर्ण होता है. इसको लेकर इस बार भी अत्यधिक भीड़ होने की उम्मीद है. मंदिर प्रशासन की तरफ से महाभोग के प्रसाद के लिए तैयारी की गयी है. मंदिर के सदस्य डॉ शशि शेखर सिंह की मानें, तो प्रत्येक वर्ष के अनुरूप इस वर्ष भी डीएम प्रशांत कुमार सीएच, एसपी अवधेश दीचाित, अनुमंडल पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार के अलावा मंदिर समिति के सदस्य और प्रशासन के लोग मिल कर महाभोग की प्रसाद मां को चढ़ायेंगे और परंपरा के मुताबिक उसका वितरण किया जायेगा, महानिशा पूजा शनिवार की रात 12 बजे वैदिक मंत्रों के बीच संपन्न होगी.
सुरक्षा का रखा जा रहा पुख्ता ख्याल
मंदिर समिति के सचिव एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार मंदिर पहुंच कर पूरे दिन व्यवस्था को दुरुस्त कराने में जुटे रहे. मां की दरबार में सुरक्षा के लिए स्काउट और एनसीसी के छात्रों की भूमिका प्रमुख रही. निकास द्वार बीडीओ अजय प्रकाश राय, सीओ कुमारी रुपम शर्मा, थानाध्यक्ष हरेराम कुमार व अपर थानाध्यक्ष जीतेंद्र कुमार के नेतृत्व में भारी संख्या में महिला पुलिस एवम पुलिस के जवान लगे हुए थे. पुलिस बल और दंडाधिकारी को तैनात किया गया है, जो पल-पल की स्थिति पर नजर रख रहे हैं.
आज मां लगाएं गुड़ से बने पकवान के भोग
नवरात्र के सातवें दिन मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है. ये स्वरूप दानवों का संहार करने के लिए मां ने धरी थी. आप चाहते हैं कि आपके सभी कष्ट खत्म हो और शत्रुओं की पराजय हो, तो आपको मां कालरात्रि की पूजा करें. मां कालरात्रि को अड़हुल, लाल गुलाब चढ़ाएं और गुड़ का हलवा, खीर या मालपुआ. दूध और दही का भोग लगाना भी शुभ माना जाता है. मां को लाल रंग प्रिय है, इसलिए लाल रंग की चीजें जैसे सेब, गुड़ और गुड़ तथा काले तिल और गुड़ का भोग लगाना भी शुभ माना जाता है.