मणिरत्नम ने सिनेमा को कई टाइमलेस फिल्में दी हैं, जिन्हें सालों बाद भी देखा जाए तो वही ताजगी, वही एहसास होते हैं, जो सालों पहले होते थे। इन्हीं में से एक ‘गीतांजलि’ भी है, जिसमें गिरिजा शेट्टार नजर आई थीं। लेकिन, अब सालों से गिरिजा बड़े पर्दे से दूर हैं।
मणिरत्नम सिनेमा की दुनिया के वो दिग्गज हैं, जिनके साथ काम करना हर कलाकार का सपना होता है। उन्होंने भारतीय सिनेमा को कुछ ऐसी कहानियां दी हैं, जो बेहद खास और अनमोल हैं। मणिरत्नम की एक ऐसी ही क्लासिक लव स्टोरी ‘गीतांजलि’ भी है, जिसमें अभिनेत्री गिरिजा शेट्टार नजर आई थीं। फिल्मी दुनिया में कुछ ऐसे कलाकार हैं, जिन्हें ‘वन-हिट वंडर्स’ कहा जाता है और उन्हीं में से एक गिरिजा शेट्टार भी हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये कलाकार अपनी एक ही फिल्म से ऐसे छा जाते हैं कि वह फिर फिल्मों में काम करें या ना करें, दर्शकों के जेहन से कभी उनका नाम नहीं मिटता। गिरिजा शेट्टार भी ‘गीतांजलि’ से दर्शकों के दिलों पर ये छाप छोड़ने में सफल रहीं। गीतांजलि से दर्शकों के दिलों में घर कर लेने वालीं गिरिजा अब बड़े पर्दे से दूर हैं। तो चलिए जानते हैं कि गिरिजा अब कहां हैं और क्या कर रही हैं।
गीतांजलि में नागार्जुन के साथ जमी जोड़ी
1989 में रिलीज हुई क्लासिक फिल्म ‘गीतांजलि’, मणिरत्नम की कालजयी प्रेम कहानियों में से एक है, जिसमें नागार्जुन और गिरिजा शेट्टार मुख्य भूमिका में थे। गिरिजा ने गीतांजलि नाम की शरारती लड़की का रोल निभाकर दर्शकों का दिल जीत लिया था। लेकिन, आधी कन्नड़ और आधी ब्रिटिश एक्ट्रेस के लिए किस्मत ने कुछ और ही सोच रखा था। इस फिल्म के लगभग एक दशक बाद गिरिजा ने ए रघुरामी रेड्डी द्वारा निर्देशित उनकी दूसरी तेलुगु फिल्म “हृदयांजलि” साइन की, जिसे पूरी करने के कुछ ही समय बाद ही गिरिजा को निजी कारणों से लंदन वापस जाना पड़ा।
बीच में ही छोड़नी पड़ी आमिर खान की फिल्म
गिरिजा शेट्टार जब देश छोड़कर लंदन गईं, वह आमिर खान के साथ मंसूर खान की फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ कर रही थीं। लेकिन, अचानक ही उन्हें फिल्म की शूटिंग बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा। उनके जाने के बाद ये फिल्म आयशा जुल्का के हाथ लग गई और उन्होंने अंजलि का किरदार निभाया, जो शेट्टार को निभाना था। गिरिजा ने एक इंटरव्यू में भी इस फिल्म को छोड़ने के अपने फैसले और पछतावे के बारे में बात की थी और कहा था कि उन्होंने अपने पछतावे के चलते हिंदी फिल्में देखना तक छोड़ दिया था।
जब गिरिजा ने हिंदी फिल्में देखना भी छोड़ दिया
गिरिजा शेट्टार ने फिल्मों से अपने लगाव के बारे में बात करते हुए कहा था, “जब मैं बड़ी हो रही थी, तब फिल्मों का मेरे दिल और दिमाग पर गहरा प्रभाव पड़ा। फिल्मों और बैले ने मेरे अंदर एक आग जला दी। ये मंत्रमुग्ध कर देने वाले और मन को मोह लेने वाले अनुभव थे, जिन्होंने मेरे अंदर की कल्पना को जगाया और उत्साह को उड़ान दी।” 2024 में करीब 22 साल बाद गिरिजा शेट्टार एक बार फिर एक्टिंग की ओर लौटीं और प्राइम वीडियो की कन्नड़ फिल्म Ibbani Tabbila Illeyali में एक सिंगल मदर की भूमिका से फिर फैंस की यादें ताजा कर दीं।
