संवेदनशील जगहों पर ड्रोन से होगी निगरानी, उपद्रवियों व अराजक तत्वों पर पुलिस की रहेगी नजर
औरंगाबाद कार्यालय.
औरंगाबाद में रामनवमी की तैयारी शुरू हो गयी है. रमजान का महीना होने की वजह से रामनवमी को शांतिपूर्ण संपन्न कराना प्रशासन के लिए एक चुनौती सा हो गया है. हालांकि, रामनवमी को सौहार्दपूर्ण वातावरण में शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी को मूर्त रूप दिया जा रहा है. औरंगाबाद शहरी इलाके के संवेदनशील व अतिसंवेदनशील इलाके को चिह्नित करने की कार्रवाई भी शुरू है. इस बार भी जुलूस में डीजे बजाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. शांति समिति की बैठक के माध्यम से दोनों समुदायों के प्रबुद्ध व्यक्तियों व समाजसेवियों को आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाने की अपील भी की जायेगी.
बिना सूचना के नहीं निकाली जायेगी जुलूस : एसडीओ
सदर अनुमंडल पदाधिकारी संतन कुमार सिंह ने बताया कि रामनवमी के त्योहार को सदर अनुमंडल क्षेत्र में शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक तैयारी शुरू हो गयी है. खासकर औरंगाबाद शहर के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में प्रशासनिक गतिविधियां तेज रहेगी. ड्रोन के माध्यम से एक-एक चीजों पर गंभीरता से नजर रखी जायेगी. दंडाधिकारी के साथ पर्याप्त संख्या में जवानों की प्रतिनियुक्ति होगी.बिना अनुमति के जुलूस निकालना गैर कानूनी होगा. जुलूस निकालने के लिए संबंधित कमेटी को अनुमति लेना आवश्यक है. जुलूस में डीजे का उपयोग नहीं होगा. इस पर पूर्णरूप से प्रतिबंध लगाया गया है. बड़े पैमाने पर बॉंड डाउन किया जा रहा है. अराजक तत्वों पर पुलिस की निगाह होगी. जुलूस रूट का निर्धारण भी किया जा रहा है.बिना अनुमति के जुलूस निकाले जाने पर संबंधित कमेटी के अध्यक्ष व अन्य लोगों पर कार्रवाई होगी. अगर जुलूस में डीजे का उपयोग होते हुए पकड़ा जायेगा तो डीजे संचालक के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज होगी. एसडीओ ने यह भी कहा कि औरंगाबाद के लोगों ने हमेशा आपसी भाईचारे का परिचय दिया है. त्योहार के दौरान भाईचारे के माहौल को बनाये रखने की आवश्यकता है.
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के होंगे बंदोबस्त : एसडीपीओ
सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार पांडेय ने कहा कि औरंगाबाद में रामनवमी का त्योहार भव्यता और भाईचारे के साथ संपन्न होता है. हालांकि, वर्ष 2018 में जुलूस के दौरान सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हुआ था, लेकिन अब वह अतीत की बात बन गयी है. यहां के लोग आपसी भाईचारे व मेल-मिलाप के साथ त्योहार मनाते है. विगत के वर्षों में रामनवमी का त्योहार शांतिपूर्ण संपन्न हुआ था. एसडीपीओ ने बताया कि रामनवमी को लेकर संवेदनशील इलाके को एक बार फिर चिन्हित किया गया है. उक्त जगहों पर पुलिस बलों के साथ दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. हवाई सर्वेक्षण होगा. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये जायेंगे. तमाम धार्मिक स्थलों की निगरानी होगी. औरंगाबाद शहरी इलाके में पुलिस की गश्ती बढ़ायी जायेगी. खासकर टिकरी मुहल्ला, मिनी बिगहा, कुरैशी मुहल्ला, नावाडीह, पठान टोली, अजमेरनगर, आजाद नगर, अली नगर, न्यू काजी मुहल्ला, बिराटपुर, शाहपुर, शाहगंज के इलाके पर पुलिस की नजर रहेगी. घरों के छतों से पुलिस के जवान निगरानी रखेंगे. यूं कहे कि रामनवमी पर औरंगाबाद सुरक्षा के दृष्टिकोण से अभेद किले में तब्दील रहेगा