शुक्रवार को आसमान से आग उगलते मौसम के चलते जनजीवन प्रभावित रहा.ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश सड़कों पर दिन में सन्नाटा छाया रहा. दोपहर में सड़कों पर कर्फ्यू जैसे हालात नजर आ रहे हैं.मार्च के अंतिम सप्ताह में ही गर्मी का प्रकोेप अब तक का रिकार्ड तापमान है.लगातार दूसरे दिन जिले का अधिकतम तापमान 38 डिग्री रिकार्ड किया गया.
प्रतिनिधि,सीवान. शुक्रवार को आसमान से आग उगलते मौसम के चलते जनजीवन प्रभावित रहा.ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश सड़कों पर दिन में सन्नाटा छाया रहा. दोपहर में सड़कों पर कर्फ्यू जैसे हालात नजर आ रहे हैं.मार्च के अंतिम सप्ताह में ही गर्मी का प्रकोेप अब तक का रिकार्ड तापमान है.लगातार दूसरे दिन जिले का अधिकतम तापमान 38 डिग्री रिकार्ड किया गया. पिछले साल मार्च महीने में जहां अधिकतम तापमान 34 डिग्री था वहीं इस साल के मार्च माह में अधिकतम तापमान लगभग 40 डीग्री तक पहुंच गया है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा. वहीं आने वाले कुछ दिनों में लू का भी प्रकोप देखा जा सकता है. सार्वजनिक पेयजल के नहीं दिख रहे इंतजाम शहर में खरीददारी करने आ रहे लोगों का कहना है कि पीने की पानी की समस्या हो रही है. नल जल के तहत लगे कई नलों से पानी नहीं आ रहा है. जिसके कारण उन्हें प्यास बुझाने के लिए अपनी जेब ढ़िली करनी पड़ रही है. लोगों का कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को शहर में पीने का पानी की उचित व्यवस्था करनी चाहिए. रेलवे स्टेशन पर लगा वाटर एटीएम खराब शहर के रेलवे स्टेशन पर करीब पांच साल पहले सीवान के पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव ने वाटर एटीएम का उद्घाटन किया था. जो करीब एक साल से खराब पड़ा हुआ है. शहर के रेलवे स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों का कहना है कि वाटर एटीएम के खराब हो जाने के कारण पीने के पानी की समस्या हो रही है. उन्हें पानी खरीद कर पीना पड़ता है या प्लेटफार्म पर जा कर पानी भरना पड़ता है. बस स्टैंड़ पर सुविधाओं का अभाव शहर के ललित बस स्टैंड पर भी गर्मी से बचने के लिए यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. बस स्टैंड पर यात्री सेड का अभाव है. जिसके कारण यात्री धूप में ही खड़े रहने को मजबूर हैं. बस स्टैंड पर भी पीने का पानी का कोई व्यवस्था नहीं किया गया है. जिसके कारण यात्रियों को प्यास बुझाने के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है. मिट्टी के घड़ों की बिक्री बढ़ी गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मिट्टी के घड़ों की बिक्री में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. मिट्टी के घड़ों की बिक्री में बढ़ोत्तरी को देखते हुए उनकी कीमतों में भी लगभग 10 से 15 प्रतिशत तक का इजाफा देखा जा रहा है. लोग अपने घरों में ठंडे पानी की व्यवस्था करने के लिए मिट्टी के घड़ों की खरीददारी कर रहे है.