टीएमबीयू में बिजली संकट शुक्रवार को भी गहराया रहा. बिजली कंपनी ने बकाया बिल को लेकर टीएमबीयू का बिजली कनेक्शन गुरुवार की शाम में काट दिया है. विवि प्रशासनिक भवन, लाइब्रेरी, गेस्ट हाउस सहित कुछ पीजी विभाग शामिल है. शुक्रवार को पीजी होम साइंस विभाग में हुए सेमिनार के दौरान जेनरेटर चलाया गया. बताया जा रहा है कि बिजली कंपनी का करोड़ों में बकाया है. बिजली कंपनी के अधिकारी ने कहा कि बकाया बिल को लेकर कई बार विवि को पत्र लिखा गया है, लेकिन बकाया बिजली का बिल भुगतान नहीं किया गया है. इसे लेकर विवि प्रशासन भी फाइल मंगाकर लीगल एडवाइस लेने में जुट गया है. अनुमान के अनुसार टीएमबीयू पर 14 करोड़ से अधिक बिजली बिल बकाया है. टीएमबीयू में शुक्रवार काे अलविदा की नमाज की छुट्टी थी, इसलिए काम पर असर नहीं दिखा. शनिवार काे जब विवि खुलेगा तब इस बढ़ती गर्मी में काम करना मुश्किल हाेगा. 25 अप्रैल काे हाेने वाले दीक्षांत समाराेह की तैयारी परीक्षा विभाग में देर शाम तक हाेती है. शुक्रवार काे कुछ जरूरी काम कुलपति के सरकारी आवास पर किया गया. इधर, कुलपति ने कहा कि जब यह मामला काेर्ट में चल रहा है ताे बिजली कंपनी ने कनेक्शन काटकर गलत किया है. इधर, विवि शनिवार काे निर्णय ले सकता है कि बकाए बिल का भुगतान किया जाए या नहीं. बीते डेढ़ साल में बकाए बिल के लिए बिजली कंपनी तीन बार टीएमबीयू का कनेक्शन काट चुकी है.
एबीवीपी ने आंदोलन की चेतावनी दी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री कुणाल पांडे ने कहा कि बार-बार विश्वविद्यालय में बिजली की समस्या होना दुर्भाग्यपूर्ण है. विश्वविद्यालय प्रशासन अविलंब बिजली की सुविधा को बहाल करें अन्यथा विद्यार्थी परिषद आंदोलन करेगी.